मदर्स डे स्पेशल – कुंडली में माता और चन्द्रमा का सम्बंध

  • 2023-05-05
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माँ, एक ऐसी शख्सियत जिनका चेहरा सामने आते ही हमारी सारी परेशानियां छू हो जाती है।  माँ इस दुनिया की सबसे कीमती धरोहर है। वैसे तो एक माँ हर दिन अपने बच्चों के भविष्य संवारने के बारे में ही सोचा करती है पर एक दिन ऐसा भी है जो हमारी प्यारी माँ को समर्पित है। यह दिन है – मदर्स डे।

मदर्स डे” जैसा की नाम से ही ज्ञात है, माँ को समर्पित है ये एक ख़ास दिन। हर साल मई माह के दुसरे रविवार को मनाया जाता है मदर्स डे। इस दिन हम सभी अपनी माता के प्रति अपना प्यार व सम्मान को दर्शाते हैं। हिन्दू सभ्यता में माँ को सर्वोपरि माना है और उन्हें पुराणों में भगवान का दर्ज़ा भी दिया गया है। पर क्या आप जानते हैं हमारे ज्योतिष विज्ञान का सबसे महत्वपूर्ण ग्रह चन्द्रमा, माँ को दर्शाता है। कुंडली में चंद्रमा का चौथे भाव पर प्रभाव माँ के जीवन में भी देखने को मिल सकता है।

चन्द्रमा यानि ग्रहों की रानी। और यही चन्द्रमा ज्योतिष में माँ का कारक माना गया है। आज मदर्स डे पर चन्द्रमा के बारे में बात करने के पीछे एक बहुत ही महत्वपूर्ण उद्देश्य है। हम सभी अपने जीवन में सुख व समृद्धि की आशा करते हैं पर क्या आपको पता है की आपकी सुख समृद्धि का रास्ता आपकी माँ के चरणों से होकर गुज़रता है। आपकी कुंडली में आपका चन्द्रमा यह निर्धारित करेगा की आप सफलता के शिखर को छुएंगे या पहले ही धराशायी हो जायेंगे।

2023 में कब है मदर्स डे

इस साल 14 मई 2023, रविवार को मनाया जाऐगा मदर्स डे

कालपुरुष कुंडली में चौथे भाव का स्वामी – चन्द्रमा

कालपुरुष कुंडली में चन्द्रमा चौथे भाव का स्वामी है। चौथा भाव हमारी माँ, सुख सुविधाओं, भवन, वाहन, ह्रदय गृहस्थ- सुख, हमारी जन्म- भूमि  व जीवन में समृद्धि को दर्शाता है। यदि किसी की कुंडली में चौथा भाव व चन्द्रमा बलवान हो तो यह निश्चित रूप से कहा जा सकता है की वह व्यक्ति एक समृद्धशाली व खुशहाल जीवन व्यतीत करेगा। एक सुस्थित चौथा भाव व्यक्ति को हर सुख से परिपूर्ण बनाता है। एक पीड़ित व पाप प्रभाव से युक्त चन्द्रमा माँ के जीवन में संघर्ष, पीड़ा व बीमारियों को दर्शाता है।    

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चौथा भाव – जिस तरह, माँ की गोद अपने आप में एक सुखद एहसास है ठीक उसी प्रकार चौथा भाव असीम सुख को दर्शाता है। यह माँ की गोद है।  जिस भी व्यक्ति का चौथा भाव उसका स्वामी व चन्द्रमा पीड़ित होगा, वह गृहस्थ व हर प्रकार के सुख से वंचित रहेगा। यह एक ज्योतिषीय तथ्य है जो सर्वदा सत्य है। चौथा भाव पीड़ित होने पर-

  • व्यक्ति जीवन में दर-दर की ठोकरें खाता है। 
  • उसके जीवन में गृहस्थ सुख का सर्वथा अभाव रहता है व उसका जीवन कलह-कलेश में ही बीतता है। 
  • उसके पास वाहन व भवन की सुविधा नहीं रहती। 
  • उसे ह्रदय रोग हो सकता है। 
  • उसे अपनी जन्म भूमि छोड़ कर विदेश जाना पड़ता है।
  • उसे माता का सुख नहीं मिलता।
  • पागलपन व मानसिक अवसाद जो कभी-कभी आत्महत्या की प्रवृत्ति भी दे देते हैं।

एक मजबूत चन्द्रमा- एक खुशहाल जीवन 

एक सुखी जीवन के लिए यह बहुत आवश्यक है की हमारी कुंडली में चौथा भाव व उसका स्वामी चन्द्रमा कुंडली में मजबूत स्थिति में बैठें। चन्द्रमा माँ के साथ-साथ मन, मस्तिष्क, वित्त, यात्राएं, दूध, तरल, मोती, प्रेम व भावनाओं को भी दर्शाता है। एक मजबूत चन्द्रमा हमें-

  • मजबूत मन देता है जो किसी भी परिस्थिति में घबराता नहीं है और हम हर मुश्किल का सामना डट कर करते हैं। 
  • एक मजबूत चन्द्रमा व्यक्ति को सुन्दर मन देता है जिससे की वह सभी कषायों जैसे ईर्ष्या, जलन, गुस्सा व छल -कपट आदि से दूर रहता है।
  • व्यक्ति चिंता मुक्त व हंसोड़ प्रवृत्ति का होता है। 
  • एक सुन्दर चेहरा जो सभी को आकर्षित करता है। 
  • सभी लोग उसकी प्रशंसा करते हैं।    
  • वह बहुत जल्दी निर्णय लेने की क्षमता रखता है और कंफ्यूज नहीं होता है। 
  • एक शक्तिशाली चन्द्रमा हमें बहुत अच्छी आर्थिक स्थिति देता है क्योंकि यह वित्त को भी दर्शाता है। 
  • यह हमें जीवन में अनेक लाभदायी यात्राएं दे सकता है। 
  • यह हमें विदेशी व्यापार में बहुत ऊंचाईंयों तक ले जा सकता है। 
  • हमें हृदय रोगों से बचाता है । 
  • एक मजबूत चन्द्रमा माँ के अच्छे स्वास्थ्य को भी दर्शाता है।

चन्द्रमा को कैसे मजबूत बनाएं

यदि एक सुखी जीवन जीना चाहते है तो अपनी कुंडली का विश्लेषण करवा कर अपने चन्द्रमा को जानें।  चन्द्रमा को मजबूत बनाना पृथ्वी के हर प्राणी के लिए बहुत ही आवश्यक है क्योंकि यही हमें सांसारिक सुखों की प्राप्ति करवाता है। एक सुस्थित चन्द्रमा ही हमें सुखी व शांत मन- मस्तिष्क दे सकता है जो जीवन में सर्वथा अत्यावश्यक है।  

सबसे पहले अपनी माता का आदर करें।  उनकी हर ज़रुरत का ध्यान रखें व उन्हें खुश रखने की कोशिश करें।  यह चन्द्रमा को मजबूत करने का सबसे बड़ा उपाय है।  इसके बाद ही निम्न उपाय आते है –

  • शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं। 
  • सोमवार को व्रत रखें व शिवजी का रुद्राभिषेक करें। 
  • माँ गौरी की पूजा- अर्चना करें। 
  • सभी बूढ़ी महिलाओं का आदर करें। 
  • किसी वृद्धाश्रम या विधवाश्रम में जाकर बूढ़ी औरतों को मदद करें। 
  • चीनी, चावल, दूध आदि दान में दें। 
  • ज्योतिषीय सलाह लेकर मोती धारण करें।

माँ आपके जीवन की अमूल्य धरोहर है। इस मदर्स डे संकल्प लें कि बेकार के आडम्बरों में ना पड़कर, हम अपनी माता का ध्यान रख अपने चन्द्रमा को मजबूत बनाएंगे और जीवन के उच्चतम शिखर तक पहुँच जायेंगे।  माता ही जीवन दायिनी- माता ही सर्वोपरि।

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